ठंड के मौसम में घर से बाहर निकलने का मन नहीं होता. सिर्फ गर्म रजाई में चाय की चुस्की पसंद आती है. भारत में ठंड (Cold In India) अभी चरम पर है. बारिश के बाद तो ठंड बढ़ गई है. लेकिन अगर आपने रुस की सर्दी का हाल देख लिया तो शायद भारत की हालत आपको फीकी लगेगी. रुस में इस वक्त तापमान -19 डिग्री (Russia In Winters) है. ठंड का आलम दिखाने के लिए रुस की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं. इसमें जहाज पर लोड कर डिलीवरी के लिए लाई जा रही कारों के ऊपर जमी बर्फ देखी जा सकती है. कारों के ऊपर 6 इंच मोटी बर्फ की लेयर (Car Covered In Ice) थी.
वायरल हो रही तस्वीरें सी ऑफ जापान के रास्ते आ रही कारों का है. इस रास्ते दर्जनों गाड़ियां रुस में डिलीवर की जा रही थी. लेकिन मंजिल तक पहुंचते-पहुंचते इन कारों के ऊपर 6 इंच मोटी बर्फ की लेयर पड़ गई. कड़ाके की ठंड के बीच करों के ऊपर सफ़ेद बर्फ की चादर थी. जब इन कारों को जहाज से उतारा गया तो हर कोई हैरान रह गया. ये कार रुस के व्लादिवोस्टोक में डिलीवर की जा रही थी. यहां अभी तापमान माइनस 19 डिग्री सेल्सियस है.
हवा में मौजूद नमी और तापमान में गिरवाट के बाद यूं हुई डिलीवर
इन कारों को जापान के सन रियो रो-रो कार्गो के जरिये भेजा गया था. इसमें टोयोटो और होंडा की कारें शामिल थी. बता दें कि रुस में जापान की सेकंड हैंड कारों की काफी डिमांड रहती है. वैसे तो जापान और रुस की सड़कें आजू-बाजू से गुजरती हैं लेकिन इसके बावजूद ट्रेड समुद्र के रास्ते किया जाता है. इसी के तहत जापान से रुस आते हुए कारों का ऐसा हाल हो गया था.
-19 डिग्री में ऐसा था कार का हाल
बताया जा रहा है कि कारों का ऐसा हाल असल में समुद्र में चल रही हवा के कारण हुआ था. विंटर्स में इस हाल में कार की डिलीवरी रुस के लिए नई बात नहीं है. जब कार इस हालत में डिलीवर होती है तब सेलर्स इन्हें हथौड़ी-छेनी से तोड़कर डिलीवर करते हैं. साथ ही फायर हाइड्रेंट का भी इस्तेमाल किया जाता है. कई बार इस प्रक्रिया में कार को डैमेज हो जाता है. लेकिन ठंड में इसके अलावा और कोई ऑप्शन नहीं बचता
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