एनकाऊंटर टाईम्स। जालंधर,
पंजाब में दस दिन से रेलवे ट्रैक पर बैठे किसानों ने धरने को 4 जनवरी तक स्थगित करने की घोषणा कर दी है। इसी के साथ ही पंजाब रूट पर जल्द ट्रेन ट्रैफिक बहाल होने की संभावना है। जालंधर कैंट रेलवे स्टेशन से मिली जानकारी के अनुसार पहले पाथवे और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के जवान ट्रैक को चेक करेंगे। उसके बाद पायलट इंजन चलाया जाएगा। सबकुछ ठीक पाए जाने पर रेल यातायात बहाल कर दिया जाएगा। धरने के कारण रेलवे को पंजाब रूट पर ट्रेनों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हो गई थी। रविवार को कुल 180 ट्रेनों को या तो रद्द करना पड़ा या फिर शॉर्ट टर्मिनेटेड/शॉर्ट ओरिजनेट करना पड़ा था।
चंडीगढ़ में सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के साथ बैठक के बाद किसानों ने ब्यास-अमृतसर रेल खंड पर जंडियाला-मानावाला के मध्य जालंधर-पठानकोट रेल खंड पर टांडा उड़मड़, अमृतसर खेमकरण रेलखंड पर तरनतारन फिरोजपुर बठिंडा रेल खंड पर फिरोजपुर यार्ड में, फिरोजपुर लुधियाना रेल खंड पर मोगा में, फाजिल्का कोटकपूरा रेलखंड पर एवं जालंधर छावनी रेलवे स्टेशन से धरना उठाना शुरू कर दिया है।
यहां कैंट रेलवे स्टेशन पर किसान मजदूर संघर्ष समिति के राज्य संगठन सचिव सुखविंदर सिंह सभरा ने इसकी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में भाग लेकर लौटे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम चरणजी सिंह चन्नी ने उनकी कई मांगों को मानने का आश्वासन दिया है। इसी के बाद से धरना उठाया जा रहा है। उन्होंने साफ कहा कि धरना स्थगित किया जा रहा है खत्म नहीं होगा अगर मांगे नहीं मानी गई तो धरना फिर शुरू कर दिया जाएगा।













