एनकांऊटर टाईम्स, जालंधर (गुलाटी) कृषि कानूनों के एक साल पूरा होने के मौके पर किसानों की ओर से बुलाए गए भारत बंद का बड़ा असर आज देखने को मिल। इसके चलते एक तरफ दिल्ली की सीमाओं पर भीषण ट्रैफिक जाम लग गया है तो वहीं कई शहरों में ट्रेनें भी थम गई हैं। दिल्ली से उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाला गाजीपुर बॉर्डर किसान आंदोलनकारियों ने जाम कर दिया है। इसके चलते दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने इस रूट पर चलने वाले वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से जाने की सलाह दी गई।
वहीं, कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने भारत बंद के आह्वान के तहत पंजाब भर में जगह-जगह धरना प्रदर्शन किया गया। ट्रक, ट्राली लगा कर चौराहों को पूरी तरह बंद किया गया। जीटी रोड़ पर कोई भी बस दिखाई नहीं दी।
किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए न केवल सरकारी बसों बल्कि प्राइवेट बसों की ओर से भी पूर्ण रुप से चक्का जाम किया गया है। बस स्टैंड पर बसों का जमावड़ा लगा है और कोई भी बस डिपो से नहीं निकली। इसके साथ ही प्राइवेट बसें भी रात से ही बंद हैं और कोई भी बस सड़क पर नहीं उतरी है।
किसान संगठनों की ओर से शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर जाम लगाया गया है। इसके लिए बकायदा बैरीकेडिंग की गई है। निजी वाहनों को भी आने जाने की इजाजत नहीं दी जा रही। इससे जहां सार्वजनिक ट्रांसपोर्टेशन ठप है, वहीं निजी वाहनों से भी लोग सफर नहीं कर पाए। लेकिन बंद दौरान मरीजों, मेडिकल व एम्बुलेंस सहित जरुरी काम के लोगों की अवाजाई को रोका नहीं गया। पीएपी चौक पर किसानों की ओर लगाये गये धरने में भारी संख्या में किसान शामिल हुए और बाजारों में दुकानें बंद रही सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा है।