एनकाऊंटर टाईम्स, जालंधर (गुलाटी) श्रीराधारमण देव जी एवं परमाराध्य महाराज श्री पुण्डरीक गोस्वामी जी(वृंदावन से) की असीम कृपा से श्रीशालिग्राम जी एवं तुलसी देवी जी का विवाह बहुत ही हर्षोल्हास के साथ संपन्न हुआ l इस अवसर पर मंदिर प्रांगण में दिव्य ज्योति जागृति सेवा संस्थान के एवं श्री आशुतोष महाराज जी के शिष्य सज्जनानंद जी एवं प्रवक्ता साध्वी अणिमा भारती जी द्वारा बहुत ही सुंदर प्रवचन एवं संकीर्तन का आयोजन किया गया l साध्वी जी ने बताया जैसे कि आज मंदिर प्रांगण में जो विवाहोत्सव हो रहा है इसके पीछे एक बहुत ही पौराणिक कथा है – कि किस प्रकार भगवान विष्णु ने सभी देवताओं की पुकार पर भगवान विष्णु ने अपनी माया से जलंधर का रूप धारण कर लिया और छल से वृंदा के पतिव्रत धर्म को नष्ट कर दिया l इससे जलंधर की शक्ति क्षीण हो गई और वह युद्ध में मारा गया l जब वृंदा को भगवान विष्णु के छल का पता चला तो उसने भगवान विष्णु को पत्थर का बन जाने का शाप दे दिया l देवताओं की प्रार्थना पर वृंदा ने अपना शाप वापस ले लिया l लेकिन भगवान विष्णु वृंदा के साथ हुए छल के कारण लज्जित थे, अतः वृंदा के श्राप को जीवित रखने के लिए उन्होंने अपना एक रूप पत्थर रूप में प्रकट किया जो शालिग्राम कहलाया l
भगवान विष्णु को दिया शाप वापस लेने के बाद वृंदा जलंधर के साथ सती हो गई l वृंदा के राख से तुलसी का पौधा निकला l वृंदा की मर्यादा और पवित्रता को बनाए रखने के लिए देवताओं ने भगवान विष्णु के शालिग्राम रूप का विवाह तुलसी से कराया l इसी घटना को याद रखने के लिए प्रतिवर्ष कार्तिक शुक्ल एकादशी यानी देव प्रबोधनी एकादशी के दिन तुलसी का विवाह शालिग्राम के साथ कराया जाता है l इसी के साथ मंदिर के प्रधान महेश गुप्ता ने बताया कि आज मंदिर में श्रीशालिग्राम जी एवं तुलसी जी के विवाह का बहुत ही भव्य आयोजन किया गया हैl तुलसी जी के विवाह के उपलक्ष्य पर तुलसी जी की मेहंदी रस्म भी निभाई गई व ठाकुर श्रीराधावृंदेश जी को 56 भोग भी लगाए गए और आए हुए भक्तवृंद के लिए अटूट भंडारे की व्यवस्था भी की गई है l
साध्वी अणिमा भारती और उनके संग आई साध्वियों ने “मैंने मोहन संग प्रीत लगाई,ये मैं जानूं या वो जाने ” आदि भजन गाए जिसे सुन आए हुए भक्तों ने खूब मस्ती में नृत्य करके श्रीठाकुर जी के उत्सव का आनंद लिया l इस अवसर पर मंदिर कमेटी के प्रधान महेश गुप्ता , पदाधिकारी बाॅबी खन्ना , हरीश महेद्रू , सुधीर गुप्ता , दिनेश पुरी , स्मृति शर्मा मौज़ूद रहे l मुख्य रूप से ठाकुर जी का आशीर्वाद लेने हेतु विशेष रूप से के.डी भंडारी(पूर्व सी. पी.एस), अश्वनी भंडारी(पूर्व कौंसलर),ललित चड्डा ,हितेश सयाल , राजू बंगाली , विक्की कालिया (एम.सी) मंदिर में आएं l इसी के साथ ममता गुप्ता ,रेणुका महेंद्रू , नीना पुरी ,उर्मिल काटल,चाहत बाहरी , शिवानी पुरी ,रितु धवन , तमन्ना , रितु , कनिष्का , सिमरन ,मीनू अरोड़ा , चाहत बाहरी ,ममता घई ,रेणु शर्मा ,राधिका सूरी , पिंकी , रंजू देवी ,संतोष सहगल, दिव्या , शगुन, लता,मीनाक्षी, शवेता,मंजू ठाकुर , ऊषा ,मीना ठाकुर , प्रवीण ,बलजीत, रशपाल काटल ,दिनेश बाहरी , दीप , यश, विष्णु गुप्ता , हरित गुप्ता ,मुकुल, अंकुश अग्रवाल , शुभम अग्रवाल , विशाल गुप्ता , पुजारी अशोक मिश्रा, सविता मिश्रा (पंडिताइन) एवं आस-पास के क्षेत्र से बहुत सी संख्या में भक्तों ठाकुर जी के श्री चरणों में हाज़िरी लगाई l













